इस ब्लॉग के लिए यह जानकारी महेंद्र सिंह पंवार ने भेजी है, श्री पंवार एक वन्यजीव प्रेमी हैं, और रामनगर के स्थानीय नागरिक हैं, वन और वन्यजीवों के संरक्षण में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से इनका योगदान मिलता रहता है। यदि आप इनसे संपर्क करना चाहे तो इस लेख के अंत में दिए गए इनके पते पर संपर्क कर सकते हैं,
अब सरकारी शूटर शायद खून की प्यासी भीड़ के तुस्टीकरण के लिए घायल ,पकडे गए बाघ,तेदुये को मारने के लिए उपलब्ध न हो, क्योकि एन0टी0सी0ए 0 ने महारास्त्र व केरला में अत्यधिक मात्र में मरे गए बाघ,तेदुये की संख्या से चिंतित है।
अब सरकारी शूटर शायद खून की प्यासी भीड़ के तुस्टीकरण के लिए घायल ,पकडे गए बाघ,तेदुये को मारने के लिए उपलब्ध न हो, क्योकि एन0टी0सी0ए 0 ने महारास्त्र व केरला में अत्यधिक मात्र में मरे गए बाघ,तेदुये की संख्या से चिंतित है।
इसी क्रम में NTCA ने एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का निर्धारण किया है,पहली बार मानव निवास में भटक रहे बाघ,तेदुये के मामलों के लिए एक समान प्रक्रिया की स्थापना की जाएगी. यह 23 - पेज के नियम, विभिन्न बुनियादी व बाघ अभयारण्यों में क्षेत्र स्तर पर आवश्यक रूपरेखा तय करेगी। इसके लिए एक समिति गठन किया है जो दिन प्रतिदिन के आधार पर तकनिकी मार्गदर्शन व निगरानी करेगी। इसमें राज्य के मुख्य वन्यजीव वार्डन और NTCA प्रत्याशियों भी शामिल होगे तथा एक पशु चिकित्सक, एक स्थानीय गैर सरकारी संगठन व पंचायत के प्रतिनिधियों तथा प्रभावित क्षेत्र के निदेशक / या संबंधित वन विभाग के अधिकारी शामिल होंगे.
प्रभावित क्षेत्र में जिला प्रशसन सीआरपीसी की धारा 144 लगाने व कानून -व्यवस्था सुनिश्चित करेगे।यह उत्तेजित लोगो वन्य जिव को पकडे में व्यवधान से दूर रखेगा तथा स्थानीय,वन कर्मियो को सुरक्षा भी प्रदान करेगा,SOP में कहा गया की पुलिस व स्थानीय प्रशसन को वन प्रशासन के साथ सामजस्य स्थापित कर भीड़ को नियंत्रित करना चाहिए ताकि किसी भी अपरिहार्य स्थिति व त्रासदी से निपटा जा सके,
यदि लगातार वन्य जिव को फँसाने के प्रयासो विफल हो तो एक विशेषज्ञों की टीम एक पशुचिकित्सा के साथ फ़साने/पकड़ने का रासायनिक विधि द्वारा प्रयोग किया जाना चाहिए.
पकड़ने के बाद यदि बाघ / तेंदुआ व अन्य मासाहारी स्वस्थ है जो उसे इस स्थान पर छोड़ा जाना चाहिए जो मानव आवासों से दूर हो,तथा बाघ / तेंदुआ व अन्य मासाहारी घयल अर्थात दांत ,पंजे, नाख़ून आधी छतिग्रस्त है तो विशेषज्ञ कमेटी से इस विषय पर प्रमाण पत्र हासिल कर ऐसे वास स्थल पर छोड़ा
जाय जहा प्रयाप्त भोजन उपलब्ध,मानव व अन्य नर टाइगर आवासों से दूर हो तथा ऐसे जानवर पर रेडिओ कालर दिवाइस लगायी जाय, या फिर सरकारी चिड़ियाघर भेज जाय .
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Warm Regards,
Mahendra S. Pawar
Mahendra S. Pawar
Corbett City,Ramnagar
Postal Index No-244715,
District:-Nainital,
Uttarakhand,(India).
Uttarakhand,(India).
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