Monday, July 18, 2011

साम्भर डियर

जैसा हमने आपसे वादा किया था क़ि हम आपको कॉर्बेट टायगर रिजर्व और आस-पास के जंगलो में पाए जाने वाले वन्य जीवों की जानकारी देने का प्रयास करेंगे. इसमें पहले हम यहाँ पाए जाने वाले हिरनों की बात कर रहे हैं, इस कड़ी में इससे पूर्व हमने आपको होग डियर (पाड़ा) के बारे में बताने का प्रयास किया, आज हम आपको मिला रहे हैं यहाँ अच्छी संख्या में पाए जाने वाले साम्भर डियर से, जिसके बारे में हम आपको बताने का प्रयास करेंगे.यहाँ मै फिर दोहरा दूं क़ि जानकारी की प्रमाणिकता के लिए आप प्रमाणिक पुस्तकों का अध्ययन अवश्य करें. वन्यजीवों के बारे में आपको हमारी यह श्रंखला कैसी लग रही है इस बारे में अपनी टिपण्णी अवश्य करें................
साम्भर डियर (Sambhar Deer) (Cervus unicolor) कॉर्बेट मैं पाई जाने वाली चार हिरनों की प्रजातियों में सबसे बड़ी प्रजाति है. साम्भर डियर आकार में काफी बड़े होते हैं तथा ये छोटे झुंडों में रहते हैं. नर साम्भर डियर का वजन लगभग 300 किलोग्राम तक हो जाता है तथा एक वयस्क साम्भर डियर की ऊंचाई ५ फिट से कुछ अधिक हो सकती है तथा इनके सींगो की लम्बाई ३ फिट से ४ फिट के करीब तक होती है. नर के सींग साल में एक बार गिर कर पुनः उग जाते हैं.
 

नर साम्भर सामान्यतया एकाकी प्राणी होते है व अकेले ही विचरण करते हैं, पर कभी कभी ये छोटे झुण्ड में रहते हैं. नर साम्भर काफी आक्रामक होते हैं तथा समागम काल में नरों में हरम के लिए लड़ाई आम बात है. साम्भर की इन्द्रियां काफी विकसित होती हैं व खतरे का आभास होने पर ये जोर की आवाज करते हैं. साम्भर का मुख्य भोजन घास, पत्तियां व जंगली फल होते हैं. ये मुख्य रूप से मैदानी जंगलों में रहते है परन्तु पहाड़ी इलाकों में भी पाए जाते हैं. ये खुले इलाकों में कम ही दिखाई देते हैं.
 

साम्भर का समागम समय अक्टूबर व नवम्बर होता है. गर्भधारण की अवधि छह: माह होती है व एक बार में सामान्यतया एक ही बच्चे का जन्म होता है. साम्भर की औसत आयु १८-२० वर्ष होती है. यहाँ आपको यह भी बताते चलें क़ि हिरन की यह प्रजातियाँ बिल्ली प्रजाति के तेंदुवे और बाघ के भोजन हैं, और बिल्ली प्रजाति के इन जीवों के जीवन के लिए इनके कुनबे का बढ़ना बहुत जरुरी है.
लेखक संजय छिम्वाल वन्यजीव प्रेमी हैं, और कई वर्षों से वन्यजीवन के करीब हैं.

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