Thursday, December 16, 2010

छोटी हल्द्वानी का पर्यटन मानचित्र जारी

      |
महान शिकारी और वन्यजीव प्रेमी जिम कॉर्बेट द्वारा बसाये गए छोटी हल्द्वानी गाँव के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण पन्ना आज तब जुड़ गया. जब उत्तराखंड की राज्यपाल महामहिम मारग्रेट अल्वा यहाँ के दौरे पर पंहुची. दौरे का मकसद भी कुछ
खास ही था, उन्होंने यहाँ छोटी हल्द्वानी के हेरिटेज मेप का लोकार्पण किया. इस गाँव को प्रदेश का ऐसा पहला गाँव होने का गौरव प्राप्त हुआ जिसका समर्पित पर्यटन नक्शा जारी हुआ है. इस मेप का उद्देश्य पर्यटकों को जिम कॉर्बेट एवं उनकी धरोहरों से रूबरू कराना है. इस मेप को दिल्ली स्थित आर्काई नमक फ़र्म के माध्यम से वन विभाग के ईको-टूरिस्म प्रकोष्ठ ने तैयार कराया है.जिसके हेड एक डच आर्किट्रेक्ट एन फिनेस्ट्रा हैं.

        इस मेप का विमोचन उत्तराखंड की महामहिम राज्यपाल श्रीमती मारग्रेट अल्वा द्वारा किया गया. विमोचन से पूर्व श्रीमती अल्वा ने जिम कॉर्बेट हेरिटेज ट्रेल के भ्रमण के दौरान मोती का घर, चौपाल व अरण्य का अवलोकन किया. उनके स्वागत में ग्रामीणों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए. जिसमे मोती हॉउस पर झोडा, चौपाल पर हुड़का व जिम कॉर्बेट संग्रहालय पर स्थानियों बच्चों द्वारा जिम कॉर्बेट की पुस्तक माय इंडिया पर आधारित एक नाटिका प्रस्तुत की गयी.

       जिम कॉर्बेट के गाँव छोटी हल्द्वानी के ऐतिहासिक धरोहरों को देखकर महामहिम राज्यपाल मारग्रेट अल्वा अभिभूत हो गयीं. श्रीमती अल्वा ने उत्तराखंड राज्य को प्रकृति की अनुपम देन बताया. उन्होंने कहा क़ि छोटी हल्द्वानी गाँव के लोग जिम कॉर्बेट के सपनो को गति दे रहे हैं, जो क़ि एक सराहनीय प्रयास है.

      श्रीमती अल्वा ने सामुदायिक भोजनालय अरण्य का भ्रमण करते हुए स्थानीय कुमाओ के पकवान खजूरे तथा बड़े का आनंद लिया और कॉर्बेट ग्राम विकास समिति द्वारा समुदाय आधारित पर्यटन के माध्यम से किये जा रहे वन्य जीव संरक्षण के कार्यों की सराहना की तथा संस्था को दस हज़ार रुपये की धनराशी इनामस्वरूप भेंट की.

      मोती हॉउस में पहुँचाने के बाद श्रीमती अल्वा ने मोती सिंह के परिजनों से उनकी कुशल क्षेम पूछी. वहीँ बैलपडाव में हुयी गोष्ठी में पर्यटन मंत्री मदन कौशिक ने कहा क़ि, सामुदायिक पर्यटन की दिशा में छोटी हल्द्वानी गाँव एक रोल मॉडल है. जिसे सूबे के हर हिस्से में दोहराया जाएगा.
लेखक राजेश पंवार, कॉर्बेट ग्राम विकास समिति के अधिशासी निदेशक हैं.

2 comments:


  1. सोचते हैं एक चक्कर यहां भी लगा लें। कब आना उत्तम रहेगा अवश्य बताएं।

    एंजिल से मुलाकात

    ReplyDelete
  2. Lalit ji Feb-March is best time to visit this place.

    ReplyDelete