Saturday, October 16, 2010

सैर कराने के लिए पंजीकरण जरूरी

कॉर्बेट नॅशनल पार्क में पर्यटकों को घुमाने वाले जिप्सी चालक अब बिना पजीकरण के भीतर नहीं जा सकेंगे. जिप्सी चालकों की नकेल कसने की तैयारी अब पार्क प्रशासन ने कर ली है. पार्क में पर्यटकों को वन्यजीवन की जानकारी देने में लगे  नेचर गाईडों की तर्ज़ पर अब जिप्सी चालकों का भी पंजीकरण कर डाटा  तैयार किया जायेगा. नयी ब्यवस्था के तहत हो रहे पंजीकरण के बाद प्रत्येक चालक को एक परिचय पत्र दिया जाएगा. अब पार्क के भीतर केवल पंजीकृत चालक ही पर्यटकों को अंदर ले जा सकेंगे. पार्क वार्डेन का कहना है क़ि इससे बिना लाइसेंस पर्यटकों को पार्क में घुमाने वालों पर लगाम लगायी जा सकेगी.
   आपको बताते चलें क़ि कॉर्बेट नेशनल पार्क में करीब ३०० जिप्सिया पर्यटकों को घुमाने के लिए लगी हुयी हैं. इनमे से कई जिप्सी चालकों के पास लाइसेंस तक नहीं है. कई बार पार्क के भीतर इन चालकों द्वारा निश्चित रूटों में पर्यटकों को घुमाने के बजाय अन्य रूटों पर घुमाने की शिकायत मिलती रही है. नियम का उल्लंघन करने वाले इन चालकों की पहचान नहीं हो पाने से इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं हो पाती थी. अब महकमे ने जिप्सी चालकों के पंजीकरण को लेकर गंभीर रुख अपनाया है. जिसके तहत जिप्सी चलाने वाले प्रत्येक चालक को कॉर्बेट कार्यालय में अपना निश्चित रूप से पंजीकारण कराना होगा. जिसके तहत उन्हें ड्राईविंग लाइसेंस की फोटो कॉपी, पता, मोबाइल नंबर, एक फोटो,वाहन नंबर व वहां स्वामी का नाम देना होगा. सभी कागज जमा करने के बाद चालक को परिचय पत्र दिया जाएगा. इस परिचय पत्र के बिना अब वह पार्क में नहीं जा पायेगा. इसके बारे में पार्क प्रशासन दशहरे के बाद सूचना जारी करेगा.उसके बाद प्रत्येक चालक को नए नियमों की जानकारी दी जाएगी. पार्क वार्डेन यूं सी तिवारी ने बताया क़ि पंजीकरण के आदह्र पर जिप्सी चालकों का डाटा तैयार किया जायेगा. यदि चालक द्वारा पार्क के अंदर किसी भी नियम का उलंघन व अपराध किया जायेगा तो उसे जिप्सी नंबर के आधार पर पकड़ लिया  जायेगा. पंजीकरण का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा.उन्होंने बताया क़ि नवम्बर के पहले हफ्ते में परिचय पत्र दे दिए जायेंगे.उन्होंने उम्मीद जताई क़ि नवम्बर के दूसरे हफ्ते से यह ब्यवस्था लागू कर दी जायेगी.
                                                                                                       चन्दन बंगारी, रामनगर

      
    

1 comment:


  1. सही है-इनकी पहचान होना भी जरुरी है।
    पर्यटकों को भी सुरक्षा की जरुरत है।
    विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

    दशहरा में चलें गाँव की ओर-प्यासा पनघट

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