रामनगर के सेमलखलिया गाँव में ७-३-१३ को एक तेंदुवा घुस आया। इस गाँव के खेतों में घुसे इस तेंदुवे की जानकारी लोगों को तब हुयी जब इसने संजय सागर नाम के ३५ साल के एक युवक को घायल कर दिया। बताया जा रहा है कि यह युवक सुबह ९ बजे अपने गेंहू के खेत में पानी लगाने गया था। तभी अपने शिकार (इसने एक कुत्ते का शिकार किया था ) पर बैठे इस गुलदार ने इस युवक पर हमला कर घायल कर दिया। गंभीर रूप से घायल इस युवक को रामनगर से हल्द्वानी रेफर कर दिया गया।
घटना की सूचना मिलते ही वन महकमे के लोग घटनास्थल पर पहुँच गए। कुछ देर बाद इस तेंदुवे ने गेंहू के खेत से निकलकर गन्ने के खेत का रूख किया। और गन्ने के बीच जा छिपा। गन्ने के खेत के पास अचानक पहुंचे गोपाल सिंह पर भी इस गुलदार ने हमला कर उसे घायल कर दिया। गोपाल का इलाज रामनगर अस्पताल में किया जा रहा है। पहला हमला जहाँ गुलदार ने अपने शिकार को बचाने के लिए किया वहीँ दूसरा हमला डरे सहमे उस वन्यजीव का था जिसे खुद की जान का खतरा महसूस हो रहा था। उसके बाद गुलदार ने फिर अपना स्थान बदल लिया। मुझे मिली जानकारी के मुताबिक इसको शाम को हिम्मतपुर डोटियाल के पास देखा गया था। उसके बाद नाले-नाले इसने फिर सेमलखलिया का रूख किया है। बताया जा रहा है कि वन विभाग इसे पकड़ने के लिए राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के आदेश का इन्तजार कर रहा है। और क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गयी है। पूरी घटना कॉर्बेट नॅशनल पार्क की सीमा से लगे तराई-पश्चिमी वन प्रभाग के आम्पोखारा रेंज का है।
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घटना की सूचना मिलते ही वन महकमे के लोग घटनास्थल पर पहुँच गए। कुछ देर बाद इस तेंदुवे ने गेंहू के खेत से निकलकर गन्ने के खेत का रूख किया। और गन्ने के बीच जा छिपा। गन्ने के खेत के पास अचानक पहुंचे गोपाल सिंह पर भी इस गुलदार ने हमला कर उसे घायल कर दिया। गोपाल का इलाज रामनगर अस्पताल में किया जा रहा है। पहला हमला जहाँ गुलदार ने अपने शिकार को बचाने के लिए किया वहीँ दूसरा हमला डरे सहमे उस वन्यजीव का था जिसे खुद की जान का खतरा महसूस हो रहा था। उसके बाद गुलदार ने फिर अपना स्थान बदल लिया। मुझे मिली जानकारी के मुताबिक इसको शाम को हिम्मतपुर डोटियाल के पास देखा गया था। उसके बाद नाले-नाले इसने फिर सेमलखलिया का रूख किया है। बताया जा रहा है कि वन विभाग इसे पकड़ने के लिए राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के आदेश का इन्तजार कर रहा है। और क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गयी है। पूरी घटना कॉर्बेट नॅशनल पार्क की सीमा से लगे तराई-पश्चिमी वन प्रभाग के आम्पोखारा रेंज का है।
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अच्छी जानकारी, इंसान और जानवर की यह जंग इंसानों के द्वारा जानवरों के अधिकार क्षेत्रों यानि जंगल में दखल और जंगलों को काटने की कारण भी बढ़ रही है।
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