Wednesday, August 25, 2010

vulture1

गिद्धों को असमान के बादशाह के नाम से जाना जाता है.  लेकिन आज यह अपने अस्तित्व को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. यह आज के दौर में जिन्दा रहने की कठिन लडाई लड़ रहे हैं. गिद्ध इस पृथ्वी के सबसे माहिर लाशो को खाने वाले जीव हैं.  यह आहार श्रंखला की महत्वपूर्ण कड़ी हैं.  यह हमारे आस-पास के इलाकों को सड़ते हुए शवों से बचा कर रखते हैं. यह बेक्टेरिया और मक्खी के साथ ही पर्यावरण को साफ रखते हैं. यह जिंदगी और मौत के बीच का फर्क तय करते हैं.   

    १९८० में देश में इनकी तादाद दुनिया में सबसे अधिक थी. कभी भारत में लाखों की संख्या में पाए जाने वाले यह गिद्ध अब यह गिने चुने ही नज़र आते हैं. देश में मरने वाले अधिकांश मवेशियों और जानवरों को खा कर यह पर्यावरण को साफ सुथरा रखने में अपना योगदान देते आये हैं. जिससे यह बीमारी व प्रदूषण की रोक थाम करते आये हैं. देश में गिद्धों की ९ प्रजातियाँ पायी जाती हैं.  बियरडिड,  इजिप्सन, स्लैंडर बिल्ड, सिनेरियस, किंग (रेडहेडैड), युरेसियन ग्रिफन, लॉन्ग बिल्ड,  हिमालयन ग्रिफन और ओरियंटल व्हाईट बैक्ड वल्चर यहाँ पाए जाते हैं. गिद्ध लम्बी उम्र जीने वाली प्रजाति है. लेकिन इनका प्रजनन बहुत धीरे-धीरे होता है. गिद्धों का एक जोड़ा हर साल केवल एक बच्चे को जन्म देता है. इसलिए इनकी आबादी बहुत धीरे-धीरे बढ़ती है. अब जब कुछ हज़ार ही गिद्ध बचे हैं तो जाहिर है इनकी आबादी अब तो और भी धीरे बढ़ेगी. गिद्धों की यह तादाद एक दशक में ही ९९ फ़ीसदी तक घट गयी थी. जिस गति से इनकी आबादी कम हुयी है उससे तो लगता है क़ि यह अब शायद ही कभी पहले वाली आबादी के बराबर पहुँच पाए.  आज दुनिया का यह मुर्दाखोर खात्मे के कगार तक पहुँच गया है. जिससे पर्यावरण में गंभीर असंतुलन पैदा हुआ है. और इसके प्रभाव भी चारो तरफ नज़र आने लगे हैं.  अब मवेशियों के सड़ते शव कई कई दिन तक पड़े नज़र आते हैं. सड़ते हुए इन शवों की बदबू मानव के लिए एक चेतावनी है. गिद्धों की कम होती संख्या से कुत्तों, चूहों और कव्वों की संख्या में बेहिसाब बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. जो मानव के साथ ही पर्यावरण के लिए भी घातक है..................जारी......................................      साभार vanishing vultures

1 comment:

  1. Scientists found out the reason of decreasing population of vulture. It is due to a kind of medicine being given to cattle. When vulture eat a dead cattle one used this medicine, vulture die. the medicine ...... i forgot its name now -... has now been banned in India. I hope now the population of this beautiful creature will increase. Thank you patni ji for working for such a noble cause.

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