काँर्बेट टाइगर रिजर्व और उसके आस-पास के वनक्षेत्रों में 2017 के पांच महीनों में प्रतिमाह दो बाघ की दर से हमने 10 बाघ खो दिये हैं। ताजा मामला काँर्बेट टाइगर रिजर्व का ही है। जहां एक बाघिन का शव सोमवार को बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि यह बाघिन उम्र दराज हो गई थी। जिसकी उम्र करीब दस साल रही होगी। यह बाघिन काँर्बेट की कालागढ रेंज की धारा कम्पार्टमेंट 6 से बरामद हुई है।
इस बाघिन के शव को देखकर लगता है कि यह करीब 10-15 दिन पहले ही स्वर्ग सिधार गई होगी। जबकि काँर्बेट के उपनिदेशक अमित वर्मा कहते हैं कि यह करीब चार से पांच दिन पहले इसकी मौत हुई होगी। यह शव इतनी सडी गली अवस्था में है कि इसका पोस्टमार्टम भी करना सम्भव नही था।
जिसका बिसरा आईआरवीआई बरेली को भेजा गया है। जहां से इसकी मौत के कारणों का पता चल पायेगा। वैसे अब तक भेजे गये बिसरों की क्या रिपोर्ट आई यह कभी भी काँर्बेट प्रशासन ने ओपन नही की हैं। यह बाघिन तो कालागढ के मुख्य सडक से करीब 50 मीटर की दूरी में मृत मिली है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि काँर्बेट टाइगर रिजर्व में गश्त के नाम पर किस तरह खानापूर्ति की जा रही है।
इस बाघिन के शव को देखकर लगता है कि यह करीब 10-15 दिन पहले ही स्वर्ग सिधार गई होगी। जबकि काँर्बेट के उपनिदेशक अमित वर्मा कहते हैं कि यह करीब चार से पांच दिन पहले इसकी मौत हुई होगी। यह शव इतनी सडी गली अवस्था में है कि इसका पोस्टमार्टम भी करना सम्भव नही था।
जिसका बिसरा आईआरवीआई बरेली को भेजा गया है। जहां से इसकी मौत के कारणों का पता चल पायेगा। वैसे अब तक भेजे गये बिसरों की क्या रिपोर्ट आई यह कभी भी काँर्बेट प्रशासन ने ओपन नही की हैं। यह बाघिन तो कालागढ के मुख्य सडक से करीब 50 मीटर की दूरी में मृत मिली है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि काँर्बेट टाइगर रिजर्व में गश्त के नाम पर किस तरह खानापूर्ति की जा रही है।
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