Thursday, August 12, 2010

eco tourism

कॉर्बेट की प्लातिनुम जुबली २०११ में
कॉर्बेट नेशनल पार्क अगले वर्ष अपनी स्थापना के ७५वे  वर्ष में प्रवेश कर जायेगा इसको लेकर बुधवार को रामनगर में इको टूरिस्म के मुख्या वन संरक्षक राजीव भरतरी ने पार्क प्रशासन को इसके लिए एक प्रस्ताव शासन में भेजने के निर्देश दिए जिससे कि प्लातिनुम जुबली को धूम धाम से मानाने के साथ ही शिक्षाप्रद भी बनाया जा सके उन्होंने यहाँ इको टूरिस्म को लेकर पार्क प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक भी की देश में इको टूरिस्म को शुरू हुए २० साल का अरसा बीत चुका है और उत्तराखंड में यह कांसेप्ट राज्य के जन्म के साथ ही शुरू हो गया था प्रदेश में एक दशक का समय बीत जाने के बाद वन विभाग में इसकी समीक्षा का दौर शुरू हो गया है इसके लिए १२ अगस्त से कुमाओं विश्विद्यालय में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है इस कार्यशाला में इको टूरिस्म में एक दशक के अनुभवों पर चर्चा की जाएगी जिससे इसकी सफलता और इस दौरान हुयी गलतियों से सबक लिया जा सके इस कार्यशाला में जर्मनी की जी टी जेड के सुझाव भी लिए जायेंगे यह कम्पनी यहाँ इको टूरिस्म पर प्रदेश सरकार का सहयोग कर रही है अधिकारीयों की यदि मने तो अब समय आ गया है जब हम इको टूरिस्म के नियम व प्रतिबंधो को कडाई से लागू करने के बारे में विचार करे दस साल पहले हमे इको टूरिस्म का ज्यादा ज्ञान नहीं था हम इसे लागू तो कर रहे थे पर हमारा कोई द्रष्टिकोण नहीं था अब हम ब्यापक द्रष्टिकोण से इस बारे में सोच सकते है इसके लिए हमे समर्थन की आवश्यकता है उम्मीद है जनता से वह समर्थन व सहयोग मिलेगा देश में इस समय ग्रामीण टूरिस्म की बहुत मांग है यह अहमदाबाद में हुए ट्रेवल टूरिस्म फिर में देखने को मिला है जहाँ से सबसे ज्यादा ग्रामीण टूरिस्म को बुकिंग प्राप्त हुयी
तराई वेस्ट फान्टो रेंज का रेस्ट हाउस
     कॉर्बेट के सोलिड वैस्ट मैनजमेंट के लिए भी सोचने का समय आ गया है इसके लिए कॉर्बेट प्रशासन से प्रस्ताव माँगा गया है जिससे यहाँ कोम्पक्टोर लगाया जा सके और कूड़े को ऱी साइकिल करने का काम आसानी से हो सके राज्य सरकार ने स्वयं संस्था से एक सर्वेक्षण करवाया था जिसमे विकलांगो को कॉर्बेट पार्क में आने वाली दिक्कतों का अध्ययन किया गया जिससे की वह भी बिना किसी कष्ट के पार्क में वन्य जीवो की जानकारी जुटा सके इस सर्वेक्षण में एक रोचक तथ्य निकल कर आया की ७ साल से छोटा बच्चा और ६० साल से बड़ी उम्र के लोगों की भी वोही दिक्कते हैं जो एक विकलांग की हो सकती हैं इस ओर भी पार्क प्रशासन व सरकार को ध्यान देना होगा कॉर्बेट की दक्षिणी सीमा में इको टूरिस्म की ओर से कुछ काम कराये जाने प्रस्तावित हैं जिनमे कैंटीन निर्माण रेस्ट हाउस की मरम्मत और सोलर फेंसिंग साथ ही विभाग यहाँ के पाखरो, मोरघत्ती, बिजरानी और तराई  वेस्ट के फांटो जोन में बोरिंग करने के लिए धन उपलब्ध करा रहा है जिससे यहाँ की पानी की कमी दूर हो सके इससे जहाँ मानव को पानी मिल सकेगा वहीँ वन्य जीवो के सूखे हलक भी तर हो सकेंगे इसके अलावा झिरना व तराई वेस्ट के फांटो रेंज में टोइलेट के लिए भी धन दिया गया है इको टूरिस्म में स्थापित पहले के कई सेण्टर आज बदहाल हैं. इन्ही में एक इको टूरिस्म के मुख्य वन संरक्षक राजीव भरतरी के कॉर्बेट के निदेशक पद पर रहते हुए बना चुनाखान इको टूरिस्म सेण्टर भी है. प्रदेश में वन महकमे का इको टूरिस्म का अब अपना ढांचा भी खड़ा हो गया है जिसमे २९ पद स्वीकृत हैं पूर्व में विभाग में हुए इको टूरिस्म में हुए कार्यों  को अब इस महकमे को दिया जाये या नहीं इस पर बहस होनी अभी बाकी है इको टूरिस्म के कार्य कुछ हद तक पहाड़ो में भी हुए हैं अब इन्हे विस्तार कर फ़ैलाने पर विचार हो रहा है इस सब में मज़ेदार बात यह है क़ि सरकार से इको टूरिस्म को पूरे प्रदेश में इस वर्ष मात्र २.९ करोड़ का बजट ही मिला है अब देखना होगा इको टूरिस्म का यह कांसेप्ट धरातल पर कितना कामयाब होगा.

2 comments:

  1. cobett park ka ese durbhagya hi kaha jaega ki asia ka pehla national park hone ke bawjud park persasan ko iska sthapana diwas yaad nahi rahta hai. 8 aug ko kabi sthapna manate nai dekha ab eco tourism inhe maar maar ke yaad dilaye aur kuchh pesa de de to sayad cnp walo ko kuchh yaad aa jayea ab jim corbett ke janm din par bi unki photo par mala daalkar babaal talaai karte hai.

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  2. eco tourism ke liye jan jaagrukta jaruri hai kunki kai logo ko pata nahi hai ki kaya hai eco tourism. enviorment ke liye eco tourism ek achchha concept ho sakta hai basharte ki ise laagu karne wale aur eco tourism ka aanand lene wale emaandaar pahal kare to hi iska laabh paryavaran ko mil sakta hai

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